नूंह, 24 अगस्त:-ई-सूचना सॉफ्टवेयर पर होगी किसानों की फसलों की ई-गिरदावरी की सूचना:-डीसी
प्रकाशित तिथि : 27/08/2018
ई-सूचना सॉफ्टवेयर पर होगी किसानों की फसलों की ई-गिरदावरी की सूचना:-डीसी
-खरीफ फसल का डाटा 15 सितंबर तक करना होगा अपडेट
नूंह, 24 अगस्त:- प्रदेश सरकार ने किसानों द्वारा बिजाई की गई फसलों और ई-गिरदावरी के उद्देश्य के लिए फसल ई-सूचना वैब लिंक विकसित किया गया है। इस पर पटवारियों के प्रमाणीकरण करने की ऑनलाइन सूचना दर्ज होगी। इस बारे जानकारी देते हुए उपायुक्त पंकज कुमार ने बताया कि 15 सितंबर तक किसानों के सहयोग से किसानों की खरीफ फसल का डाटा फसल ई-सूचना सॉफ्टवेयर पर दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फसल बिजाई के बाद किसान, भूमि मालिक या भूमि जोतक किसान स्वयं नजदीकी सांझा सेवा केंद्र (सीएससी) या अटल सेवा केंद्र (एएसके) के माध्यम से ई-दिशा पोर्टल पर लॉगिन करके वेब हैलरिस प्रणाली से भूमि के वास्तविक विवरण और भूमि मालिक के विवरण के साथ अस्थायी आधार पर बिजाई की गई फसलों के विवरण को दर्ज करेंगे। उन्होंने बताया कि खरीफ फसल का डाटा 15 सितंबर तक अपडेट किया जाना है।
उन्होंने बताया कि किसान इस आरओआर के विवरण या उसकी प्रति, आधार कार्ड, बैंक खाता की प्रति और मोबाइल नंबर भी देंगे। किसानों को इस डाटा एंट्री के लिए ग्राम स्तर पर उद्यमी (वीएलई) को किसी भी प्रकार के सेवा शुल्क की अदायगी नहीं करनी होगी। उन्होंने कहा कि सीएससी या एएसके को प्रदेश सरकार द्वारा 5 रुपये प्रति खेवट प्रविष्टि का भुगतान किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि खसरा गिरदावरी के समय हलका पटवारी हर खेत का दौरा करेगा और इनपुट रिकॉर्ड करेगा। खसरा या भूमि के खाली होने की स्थिति में पटवारी खाली होने की प्रविष्टि करेगा। यदि किसान की प्रविष्टि गलत पाई जाती है तो पटवारी सत्यापित कर स्वीकार करेगा। विवरण विसंगति के मामले में पटवारी सहमत नहीं के विकल्प का चुनाव करेगा और ई-गिरदावरी के सम्बन्ध में गिरदावरी में अपनी रिपोर्ट रिकॉर्ड करेगा। अन्य मामलों में पटवारी को डाटा दिया जाएगा और गिरदावरी रिकॉर्डिंग करते समय अकाउंट में डाटा को रखेगा। उपायुक्त ने राजस्व और एनआईसी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे फसल ई-सूचना सॉफ्टवेयर पर डाटा 15 सितंबर तक अपडेट करना सुनिश्चित करें।